भारत के साथ रिश्ते अच्छे रहे इसके लिए बेहतर है कि शेख हसीना चुप रहे!

वह भारत में हैं और कुछ बयान दे रही हैं जो कि समस्या पैदा करते हैं. अगर वह चुप रहतीं, तो हम इसे भूल जाते. लेकिन भारत में बैठकर वह बोल रही हैं और निर्देश दे रही हैं. यह किसी को रास नहीं आ रहा.''प्रत्यक्ष तौर पर यूनुस का इशारा हसीना के 13 अगस्त के बयान की ओर था जिसमें उन्होंने ‘न्याय' की मांग करते हुए कहा था कि हालिया ‘आतंकवादी कृत्यों', हत्याओं और बर्बरता में शामिल लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. यूनुस ने कहा, "ये न तो भारत के लिए ठीक है और न ही हमारे लिए. इसे लेकर परेशानी है."

Sep 5, 2024 - 17:00
भारत के साथ रिश्ते अच्छे रहे इसके लिए बेहतर है कि शेख हसीना चुप रहे!

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में बैठकर जिस प्रकार की राजनीतिक टिप्पणियां कर रही हैं वह उचित नहीं है. यूनुस ने यह भी कहा कि जब तक ढाका उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध नहीं करता, तब तक उन्हें चुप रहना चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच संबंध असहज न हों. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस ने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में यह बात कही.
यूनुस ने कहा, ‘‘अगर भारत, बांग्लादेश द्वारा हसीना को वापस बुलाए जाने तक उन्हें अपने पास रखना चाहता है तो शर्त यह होगी कि उन्हें (हसीना को) चुप रहना होगा.''
ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर साक्षात्कार में यूनुस ने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मजबूत संबंधों को महत्व देता है लेकिन नई दिल्ली को "उस विमर्श से आगे बढ़ना चाहिए जो अवामी लीग को छोड़कर शेष अन्य राजनीतिक दलों को इस्लामी के रूप में चित्रित करता है और यह भी कि देश शेख हसीना के बिना अफगानिस्तान के समान हो जाएगा."देश में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत में शरण ली थी. इसके बाद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया.
यूनुस ने कहा, "भारत में कोई भी उनके रुख से सहज नहीं है क्योंकि मुकदमा चलाने के लिए उन्हें वापस लाना चाहते हैं.... वह भारत में हैं और कुछ बयान दे रही हैं जो कि समस्या पैदा करते हैं. अगर वह चुप रहतीं, तो हम इसे भूल जाते. लेकिन भारत में बैठकर वह बोल रही हैं और निर्देश दे रही हैं. यह किसी को रास नहीं आ रहा.''प्रत्यक्ष तौर पर यूनुस का इशारा हसीना के 13 अगस्त के बयान की ओर था जिसमें उन्होंने ‘न्याय' की मांग करते हुए कहा था कि हालिया ‘आतंकवादी कृत्यों', हत्याओं और बर्बरता में शामिल लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए. यूनुस ने कहा, "ये न तो भारत के लिए ठीक है और न ही हमारे लिए. इसे लेकर परेशानी है."

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