यूपी में बहराइच में भेड़ियों का आतंक!आखिर क्यों बनते जा रहे है भेडिये इतने खूंखार?
आमतौर छह के आसपास भेड़ियों का समूह एकसाथ रहता है. वह हमले साथ मिलकर ही करते हैं. चूंकि शायद उनके लिए खाना अब खाना हो रहा है तो उन्होंने ये समझ लिया कि अगर वो इंसानी बच्चों पर हमला करेंगे तो ये उनके लिए आसान रहेगा. इसमें कोई प्रतिरोध नहीं होगा, लिहाजा पिछले कुछ सालों से जब भी भेड़ियों के आतंक की खबरें आती हैं, तब यही खबरें आती हैं कि वो बच्चों को उठाकर ले जा रहे हैं.
यूपी में बहराइच में भेड़ियों का आतंक छाया हुआ. हालांकि इस इलाके में कुछ कुछ सालों पर इनका आतंक बढ़ा है. उसके शिकार बच्चे और इंसान हो रहे हैं. आमतौर पर माना जाता था कि भेड़िए इंसानों पर हमला नहीं करते, उनके दूर रहते हैं तो ऐसा क्यों हो रहा है.– भेड़ियों के बढ़े हमलों के कई कारण हैं. उसमें रहने की जगह कम हो रही है. खाना कम हो गया है. साथ ही नेचर के साथ जो उनका संतुलन बना रहता है, उसमें भी कमी हुई है. पर्यावरण और वन्य पर्यावरण से जुड़े लोग इसकी वजह यही बता रहे हैं. चूंकि जंगल कम हो गए हैं और उनको खाने के लिए शिकार नहीं मिल पा रहे हैं लिहाजा बिहेवियर बदल रहा है. पहले वो इंसानी बस्तियों से दूर रहते थे लेकिन अब जबकि इंसानी बस्तियां फैल रही हैं और उनके रहने की जगह के करीब पहुंच गई हैं, लिहाजा वो अब इंसानों पर ही हमले करने लगे हैं. उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं. – वन विभाग से जुड़े अफसरों और विशेषज्ञों का यही कहना है. उनका कहना है कि इस इलाके में घाघरा नदी बहती है. उसमें बाढ़ आने से भेड़ियों को अपना नेचुरल आवास छोड़कर बस्तियों के करीब आना पड़ा है.
आमतौर पर भेड़िए नदी के पास ही रहते हैं ताकि उन्हें प्राकृतिक तौर पर खाना और पानी मिल सके. बाढ़ आने से उन्हें अपना घर छोड़कर जब भागना पड़ा तो उनके सामने खाने और पानी दोनों का संकट होगा. दूसरे वह इसी वजह से तनाव में भी होंगे. जब तब वह अपनी पुरानी जगह नहीं लौटते, तब तक उनका आतंक बना रहेगा.
हां, जिस तरह बाढ़ के कारण उन्हें घर छोड़ना पड़ा, उसी तरह ज्यादा बारिश के कारण कहीं और भी रहने के लिए कोई महफूज जगह नहीं मिल रही, इससे उनकी मुश्किलें और टेंशन भी ज्यादा हो गया होगा.
आमतौर छह के आसपास भेड़ियों का समूह एकसाथ रहता है. वह हमले साथ मिलकर ही करते हैं. चूंकि शायद उनके लिए खाना अब खाना हो रहा है तो उन्होंने ये समझ लिया कि अगर वो इंसानी बच्चों पर हमला करेंगे तो ये उनके लिए आसान रहेगा. इसमें कोई प्रतिरोध नहीं होगा, लिहाजा पिछले कुछ सालों से जब भी भेड़ियों के आतंक की खबरें आती हैं, तब यही खबरें आती हैं कि वो बच्चों को उठाकर ले जा रहे हैं.
वोल्फ डॉग ब्रीड एक खतरनाक मिक्स नस्ल है, जो भेड़िया और कुत्तों के तालमेल से पैदा होने वाली नस्ल है. इन्हें भेड़िया कुत्ता कहा जाता है. इनमें जंगली और घरेलू जीन का मिश्रण होता है, जो इनके अप्रत्याशित व्यवहार का कारण बन सकता है. जैसे-जैसे वे बड़े होते जाते हैं, उनका व्यवहार भेड़ियों जैसा होता जाता है.
भेड़िया कुत्तों में एक जंगली जानवर की प्रवृत्ति होती है, जो उन्हें आक्रामक बना सकती है, तब उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है, खासकर शहरी वातावरण में.
केवल यूपी ही नहीं बल्कि कई देशों में इनके खतरों की खबरें आती रही हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में भी भागे हुए भेड़िये कुत्तों द्वारा छोटे कुत्तों को मारने और मनुष्यों पर हमला करने की हालिया रिपोर्ट्स आ रही हैं. वहां इस पर बहस चल रही है कि क्या इन जानवरों का प्रजनन जारी रखा जाना चाहिए और लोगों को उन्हें घरों पर रखना भी चाहिए.
What's Your Reaction?