अपनी ही बेटी के.कविता को बीआरएस प्रमुख के.चंद्रशेखर राव ने पार्टी से किया सस्पेंड

पार्टी का नेतृत्व इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। पार्टी के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने के. कवीता को तुरंत पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है।कविता के हाल के दिनों में किए जा रहे टिप्पणियों और पार्टी के मुख्य नेताओं पर आरोप लगाने को गंभीरता से लिया गया है। कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कविता ने आरोप लगाया कि कालेश्वरम प्रोजेक्ट में धांधली का दाग केसीआर पर लगाने के पीछे केसीआर के भांजे हरीश राव (पूर्व आर्थिक मंत्री) और एक और भांजे संतोष कुमार और मेघा कृष्णा राव का हाथ है। उन्होंने हेरा फेरी कर के केसीआर का नाम इसमें घसीटा। पार्टी लाइन क्रॉस करने के कारण कविता को सस्पेंड किया गया है।

Sep 2, 2025 - 17:47
अपनी ही बेटी के.कविता को बीआरएस प्रमुख के.चंद्रशेखर राव ने पार्टी से किया सस्पेंड

तेलंगाना की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत राष्ट्र समिति (BRS) की विधान परिषद सदस्य (MLC) के. कविता को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि BRS पार्टी के प्रमुख के. कविता के पिता के. चंद्रशेखर राव (KCR) ही हैं। के. कविता को सस्पेंड करने का फैसला KCR ने ही लिया है। जानकारी के मुताबिक, पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण के. कविता को पार्टी से निलंबित किया गया है।
BRS की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियां बीआरएस पार्टी के लिए हानिकारक हैं। पार्टी का नेतृत्व इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। पार्टी के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने के. कवीता को तुरंत पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है।कविता के हाल के दिनों में किए जा रहे टिप्पणियों और पार्टी के मुख्य नेताओं पर आरोप लगाने को गंभीरता से लिया गया है। कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कविता ने आरोप लगाया कि कालेश्वरम प्रोजेक्ट में धांधली का दाग केसीआर पर लगाने के पीछे केसीआर के भांजे हरीश राव (पूर्व आर्थिक मंत्री) और एक और भांजे संतोष कुमार और मेघा कृष्णा राव का हाथ है। उन्होंने हेरा फेरी कर के केसीआर का नाम इसमें घसीटा। पार्टी लाइन क्रॉस करने के कारण कविता को सस्पेंड किया गया है। तेलंगाना में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने कालेश्वरम बैराज निर्माण से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बताया है कि जस्टिस पीसी घोष आयोग की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि परियोजना में कई त्रुटियां और अनियमितताएं थीं। रिपोर्ट से पता चला है कि तीनों बैराजों का निर्माण बिना किसी उचित योजना के किया गया था। उन्होंने दुख जताया कि कालेश्वरम परियोजना के कारण लगभग एक लाख करोड़ रुपये बर्बाद हो गए।

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