नेपाल के प्रधानमंत्री और वहां की सरकार ने कभी सोचा भी नही होगा कि Gen-Z आंदोलन ले डूबेगा सरकार को! #Gen-Z

गुरुंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था. प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे के अलावा राष्ट्रीय सरकार का गठन और भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है. इससे पहले नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बिमलेंद्र निधि और अर्जुन नरसिंह केसी ने सुझाव दिया है कि पार्टी ओली के नेतृत्व वाली सरकार से अपने सभी मंत्रियों को वापस बुला ले, खुद सरकार बनाए और आंदोलनकारी Gen-Z ग्रुप के साथ बातचीत शुरू करे. इससे पहले गृह मंत्री रमेश लेखक और स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दिया.

Sep 9, 2025 - 18:18
नेपाल के प्रधानमंत्री और वहां की सरकार ने कभी सोचा भी नही होगा कि Gen-Z आंदोलन ले डूबेगा सरकार को! #Gen-Z

नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगे बैन से शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन इतना मजबूत होगा, ये केपी शर्मा ओली ने कभी सोचा नहीं होगा. Gen-Z आंदोलन इतना उग्र हुआ कि इसमें 23 लोगों की मौत हो गई. कई मंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्री के घर पर आंदोलनकारियों ने धावा बोल दिया. सुप्रीम कोर्ट और कैबिनेट से जुड़ी इमारतें धू-धू कर जलती हुई नजर आईं.
इस आंदोलन के बाद पहले गृहमंत्री ने इस्तीफा दिया और हालात नहीं सुधरे तो फिर एक-एक कर मंत्रियों के इस्तीफे आते गए और आखिरकार प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया. इतना ही नहीं, केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अपना पद छोड़ दिया है.नेपाल में सोमवार (8 सितंबर 2025) को शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन 9 सितंबर को और उग्र हो गया. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल सहित कई शीर्ष राजनीतिक नेताओं के निजी आवास पर हमला किया और संसद भवन में तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारी कर्फ्यू और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बावजूद काठमांडू और अन्य स्थानों पर जमा हुए. ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारी उनके कार्यालय में घुसकर नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पीएम को पद छोड़ दिया.राष्ट्रपति पौडेल को लिखे अपने रेजिग्नेशन लेटर में केपी ओली ने नेपाल की मौजूदा परिस्थितियों का हवाला दिया और कहा कि वह मौजूदा स्थिति के संवैधानिक और राजनीतिक समाधान लिए पद छोड़ रहे हैं. ओली के इस्तीफे से कुछ घंटे पहले प्रदर्शनकारियों ने बालकोट स्थित उनके निजी आवास में आग लगा दी और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड, संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के आवासों पर हमला किया.प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं. कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सड़कें अवरूद्ध करने के लिए टायर जलाए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारी युवकों ने ललितपुर जिले के सुनाकोठी स्थित संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर भी पथराव किया. गुरुंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था. प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे के अलावा राष्ट्रीय सरकार का गठन और भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है. इससे पहले नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बिमलेंद्र निधि और अर्जुन नरसिंह केसी ने सुझाव दिया है कि पार्टी ओली के नेतृत्व वाली सरकार से अपने सभी मंत्रियों को वापस बुला ले, खुद सरकार बनाए और आंदोलनकारी Gen-Z ग्रुप के साथ बातचीत शुरू करे. इससे पहले गृह मंत्री रमेश लेखक और स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने अपने पद से इस्तीफा दिया.

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