राहुल गांधी देश में कांग्रेस के बॉस होंगे! लेकिन हरियाणा कांग्रेस ने बॉस तो सिर्फ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ही है
हालांकि, चार माह पहले ही हुए लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन हुआ था. राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से एक आप को मिली थी. असहमत होने के बावजूद प्रदेश नेतृत्व ने राहुल के सुझाव को स्वीकार करते हुए आप के साथ गठबंधन पर बातचीत को लेकर सहमति जता दी. वरिष्ठ नेताओं की एक तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई जो आप के साथ सीटों पर बातचीत कर रही थी. आप राज्य में 9 से 10 सीटों की मांग कर रही थी. अंत में पांच सीटों पर सहमति की बात भी सामने आई.
लोकसभा चुनाव रिजल्ट के बाद ऐसे संकेत मिलने लगे थे कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व एक बार फिर मजबूत हो गया है. लेकिन, हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही सरगर्मियों के बीच फिर सवाल उठने लगे हैं कि कांग्रेस में असली पावर कहां केंद्रित है. अभी की ताजा खबर यह है कि हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की बातचीत टूट गई है. आप ने राज्य की 20 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कुछ देर पहले तक यह रिपोर्ट आ रही थी कि कांग्रेस और आप के बीच करीब-करीब गठबंधन फाइनल हो गया है. कांग्रेस पार्टी आप को पांच सीटें देने के लिए राजी हो गई है. लेकिन, आप के 20 उम्मीदवारों की सूची जारी करने के बाद सारे कयास खत्म हो गए.
दरअसल, बीते दिनों हरियाणा को लेकर दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय और प्रदेश नेताओं की बैठक हुई थी. उस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सुझाव दिया था कि हमें राज्य में इंडिया गठबंधन के दलों को समायोजित करने पर जोर देना चाहिए ताकि भाजपा विरोधी वोटों का बंटवारा न हो. लेकिन, प्रदेश नेतृत्व राहुल के इस सुझाव से सहमत नहीं था. हालांकि, चार माह पहले ही हुए लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन हुआ था. राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से एक आप को मिली थी. असहमत होने के बावजूद प्रदेश नेतृत्व ने राहुल के सुझाव को स्वीकार करते हुए आप के साथ गठबंधन पर बातचीत को लेकर सहमति जता दी. वरिष्ठ नेताओं की एक तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई जो आप के साथ सीटों पर बातचीत कर रही थी. आप राज्य में 9 से 10 सीटों की मांग कर रही थी. अंत में पांच सीटों पर सहमति की बात भी सामने आई.
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