मेरे मरने के बाद अंतिम संस्कार में पत्नी के घरिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए- 24 पेज का सुसाइड नोट
उसने कहा मेरे मरने के बाद अंतिम संस्कार में पत्नी के घरिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए. अगर मुझे बर्बाद करने वालों को सजा नहीं मिली तो मेरी अस्थियां वहीं कोर्ट के बाहर के गटर में बहा देना.' मेरे मरने के बाद अंतिम संस्कार में पत्नी के घरिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए- 24 पेज का सुसाइड नोट
बेंगलुरू में एक शख्स घरेलू कलह, पत्नी की झूठी मुकदमेबाजी और ससुरालियों की दैनिक प्रताड़ना से तंग आकर 24 पेज का सुसाइड नोट लिखा. उसने मरने से पहले एक वीडियो भी बनाया. उसने अपने घर के भीतर एक प्लेकार्ड लगाया, जिस पर लिखा था, 'न्याय बाकी है'. ये कार्ड उसके दर्द और पीड़ा को बताने के लिए काफी था. इस तरह अपने दिल का सारा बोझ और गुबार उतारने के बाद अतुल सुभाष ने अपने हाथों से अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उसकी ये कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. मृतक का नाम अतुल सुभाष था, वो यूपी का रहने वाला था. बैंगलुरू की एक टेक कंपनी में अच्छी खासी नौकरी कर रहा था. मरने से पहले उसने जिन शब्दों में अपना दर्द बयान किया वो कहानी किसी भी संवेदनशील शख्स को झकझोर कर रख देगी. उसकी जिंदगी में इतना कुछ गलत चल रहा था. वो अंदर से कितना टूट चुका था, ये जानकर आप भी इमोशनल हो जाएंगे या आपकी आंखे छलक पड़ेंगीं. 'मेरी मौत के लिए पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, मेरा साला अनुराग सिंघिया उर्फ पीयूष सिंघानिया, चचिया ससुर सुशील सिंघानिया जिम्मेदार है. हमसे पैसे ऐंठने के लिए उसकी पत्नी और ससुराल वाले ने बड़ी साजिश रची. इस वीडियो को देखकर लोगों को पता लगेगा कि कैसे एक लड़की इस कानूनी व्यवस्था का इस्तेमाल कर आपके और आपकी फैमिली को बर्बाद कर सकती है. उसने कहा मेरे मरने के बाद अंतिम संस्कार में पत्नी के घरिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए. अगर मुझे बर्बाद करने वालों को सजा नहीं मिली तो मेरी अस्थियां वहीं कोर्ट के बाहर के गटर में बहा देना.' मेरे मरने के बाद अंतिम संस्कार में पत्नी के घरिवार वालों का कोई शख्स नहीं आना चाहिए- 24 पेज का सुसाइड नोट
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