भारत के हमले से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था हुई चौपट! मरम्मत कार्यांे के लिए पाकिस्तान को चाहिए अब 100 मिलियन डॉलर की जरूरत
भारतीय SAM (सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल) ने सरगोधा एयरबेस के पास फाइटर जेट को मार गिराया। F-16 पाकिस्तानी वायु सेना के मुख्य आधारों में से एक है, जिसके पास चीनी और फ्रांसीसी फाइटर जेट विमान भी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हवाई हमले के दौरान पाकिस्तान के सरगोधा में रडार कमांड इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुंचा। F-16 की कुल लागत लगभग 349.52 मिलियन डॉलर (प्रत्येक इकाई 87.38 मिलियन डॉलर) थी, जबकि C-130 की लागत लगभग 40 मिलियन डॉलर थी। HQ-9 को 200 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ और दो मोबाइल कमांड सेंटरों को 10 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ (एक मोबाइल कमांड सेंटर की लागत 5 मिलियन डॉलर है)।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले का बदला भारत ने 15 दिन बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए लिया। भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। भारत ने इसे जवाबी कार्रवाई बताया। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी। तीन दिनों तक चले इस संघर्ष में पाकिस्तान को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने भारत की तरफ ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू किए, लेकिन वो नाकाम रहा। भारत ने इसके जवाब में पाकिस्तान के कई एयरबेस को तबाह कर दिया।
अब रिपोर्ट सामने आई है कि भारतीय सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली द्वारा पाकिस्तान वायु सेना के लगभग 4 F-16 सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों को मार गिराए जाने के बाद, पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ, क्योंकि सरगोधा एयरबेस क्षतिग्रस्त हो गया और मरम्मत कार्य के लिए कम से कम 100 मिलियन डॉलर की आवश्यकता है।
भारत के सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान पर चौतरफा हमले के बाद पाकिस्तान को 1.12424 बिलियन डॉलर का भारी नुकसान हुआ। F-16 पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस से उड़ा था, जो पाकिस्तानी वायु सेना का एक प्रमुख एयर फोर्स स्टेशन है। भारतीय SAM (सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल) ने सरगोधा एयरबेस के पास फाइटर जेट को मार गिराया। F-16 पाकिस्तानी वायु सेना के मुख्य आधारों में से एक है, जिसके पास चीनी और फ्रांसीसी फाइटर जेट विमान भी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, हवाई हमले के दौरान पाकिस्तान के सरगोधा में रडार कमांड इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी नुकसान पहुंचा। F-16 की कुल लागत लगभग 349.52 मिलियन डॉलर (प्रत्येक इकाई 87.38 मिलियन डॉलर) थी, जबकि C-130 की लागत लगभग 40 मिलियन डॉलर थी। HQ-9 को 200 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ और दो मोबाइल कमांड सेंटरों को 10 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ (एक मोबाइल कमांड सेंटर की लागत 5 मिलियन डॉलर है)।
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