10 वर्ष में 132% बढ़ गए ITR फाइल करन वाले! 182% बढ़ गया डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन

   सीबीडीटी (Central Board Of Direct Taxes) के डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2014-15 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तब डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 6,95,792 करोड़ रुपये (6.96 लाख करोड़ रुपये के करीब) रहा था जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 19,60,166 करोड़ रुपये (19.60 लाख करोड़ रुपये) रहा है. यानि मोदी सरकार के 10 सालों के कार्यकाल में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन जिसमें इनकम टैक्स (Income Tax), कॉरपोरेट टैक्स (Corporatae Tax) और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) में 12,64,374 करोड़ रुपये (12.64 लाख करोड़ रुपये के करीब) यानि 182 फीसदी का उछाल आया है. वित्त वर्ष 2004-25 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 1.32 लाख करोड़ रुपये रहा था. 

Oct 18, 2024 - 15:30
10 वर्ष में 132% बढ़ गए ITR फाइल करन वाले! 182% बढ़ गया डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन

इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) फाइल करने वालों की संख्या में पिछले 10 सालों में दोगुना इजाफा देखने को मिला है. वित्त वर्ष 2013-14 के लिए कुल 3,79,74,966 आयकर रिटर्न फाइल किए गए थे जिसकी संख्या 2023-24 में बढ़कर  8,61,32,779 हो गई है. यानि मोदी सरकार के पिछले 10 सालों के कार्यकाल के दौरान इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या में 4,81,57,813 का इजाफा हुआ है. यानि 10 सालों में आईटी रिटर्न भरने वालों की संख्या 127 फीसदी बढ़ी है.  सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) ने वित्त वर्ष 2023-24 तक के लिए टाइम-सीरीज डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 में 3,50,43,126 इंडीविजुअल्स टैक्सपेयर्स ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया था जिसकी संख्या 2023-24 में 8,13,90,736 हो गई है. इंडीविजुअल्स कैटगरी (Individuals Category) वाले टैक्सपेयर्स जिन्होंने आईटी रिटर्न फाइल किया है उनकी संख्या में पिछले 10 सालों में 4,63,47,610 का इजाफा हुआ है. यानि ऐसे व्यक्ति जिन्होंने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है ऐसे लोगों की संख्या में बीते 10 सालों में 132 फीसदी का इजाफा हुआ है.  इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department)  के मुताबिक एसेसमेंट ईयर 2013-14 में पैन कार्ड (PAN Card)  होल्ड करने वाले सभी टैक्सपेयर्स की संख्या 5,26,44,496 थी जो एसेसमेंट ईयर 2023-24 में बढ़कर 10,41,13,847 रही है. इसमें इंडीविजुअल्स टैक्सपेयर्स की संख्या एसेसमेंट ईयर 2013-14 में कुल 4,95,76,555 थी जो एसेसमेंट ईयर 2023-24 में बढ़कर 9,91,75,656 हो गई है. यानि 10 एसेसमेंट ईयर के दौरान इंडीविजुअल्स टैक्सपेयर्स की संख्या में 100 फीसदी यानि डबल इजाफा हुआ है.    सीबीडीटी (Central Board Of Direct Taxes) के डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2014-15 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तब डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 6,95,792 करोड़ रुपये (6.96 लाख करोड़ रुपये के करीब) रहा था जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 19,60,166 करोड़ रुपये (19.60 लाख करोड़ रुपये) रहा है. यानि मोदी सरकार के 10 सालों के कार्यकाल में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन जिसमें इनकम टैक्स (Income Tax), कॉरपोरेट टैक्स (Corporatae Tax) और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) में 12,64,374 करोड़ रुपये (12.64 लाख करोड़ रुपये के करीब) यानि 182 फीसदी का उछाल आया है. वित्त वर्ष 2004-25 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 1.32 लाख करोड़ रुपये रहा था. 

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