भारत और बांग्लादेश के संबंधों में भारी खटास! हिंदु युवक की हत्या के बाद बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण! मोहम्मद यूनूस ने मांगी अमेरिका से मदद
अमेरिकी विशेष दूत सर्जियो गोर ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से फोन पर हालिया घटनाओं पर चर्चा की. इस दौरान यूनुस ने 12 फरवरी को आम चुनाव कराने की प्रतिबद्धता दोहराई. यूनुस ने कहा कि अंतरिम सरकार निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन उन्होंने अवामी लीग समर्थकों पर चुनाव में बाधा डालने का आरोप भी लगाया. शरीफ हादी के संगठन ‘इंकलाब मंच’ ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए न्याय न मिलने पर जनआंदोलन की चेतावनी दी. संगठन ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की जांच की मांग की.
बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या और हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की मॉब लिंचिंग के बाद हालात तेजी से बिगड़े हैं. इन घटनाओं ने न केवल देश के भीतर व्यापक विरोध-प्रदर्शन को जन्म दिया, बल्कि भारत-बांग्लादेश संबंधों को भी एक और कूटनीतिक संकट में डाल दिया है. इस तनापूर्ण स्थिति का असर ढाका से दिल्ली तक दिख रहा है. वीजा सेवाएं निलंबित हैं, दूतावासों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ी है. बांग्लादेश में हालिया अशांति से जुड़ी बड़ी बातें- ढाका में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की गोली मारकर हत्या के बाद देशभर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. हादी पिछले साल के जुलाई महीने में हुए प्रदर्शनों के प्रमुख चेहरों में से थे. उनकी मौत ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया. हादी की हत्या के बाद भारत-विरोधी नारेबाजी और प्रदर्शन तेज हुए, जिसके चलते बांग्लादेश सरकार ने भारत में वीजा सेवाएं निलंबित कर दीं.मयमनसिंह में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ द्वारा हत्या ने अल्पसंख्यक समुदाय में आक्रोश फैला दिया. इसे धार्मिक कट्टरता और प्रशासनिक निष्क्रियता का उदाहरण बताया गया.
हिंदू धार्मिक संगठनों और अल्पसंख्यक अधिकार समूहों ने ढाका के नेशनल प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि दीपू दास को झूठे आरोपों में मार दिया गया. भारत ने बांग्लादेश के राजदूत को तलब कर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, दूतावासों पर खतरे और 'भ्रामक नैरेटिव' पर कड़ी आपत्ति जताई.अमेरिकी विशेष दूत सर्जियो गोर ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से फोन पर हालिया घटनाओं पर चर्चा की. इस दौरान यूनुस ने 12 फरवरी को आम चुनाव कराने की प्रतिबद्धता दोहराई. यूनुस ने कहा कि अंतरिम सरकार निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन उन्होंने अवामी लीग समर्थकों पर चुनाव में बाधा डालने का आरोप भी लगाया. शरीफ हादी के संगठन ‘इंकलाब मंच’ ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए न्याय न मिलने पर जनआंदोलन की चेतावनी दी. संगठन ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की जांच की मांग की.
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