किसानों का "दिल्ली चलो मार्च" समाधान तो दिल्ली से ही निकलेगा
किसान नेता किसानों से भी अपील कर रहें हैं कि वो भी सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल के अंदर चले आएं जिससे ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे ट्रैफिक सुचारू रूप से शुरू हो जाए. अधिकारियों का कहना है कि थोड़ी देर में बैरिकेड हटा दिया जाएगा और ट्रैफिक खोल दिया जाएगा. किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "किसानों को महामाया फ्लाईओवर पर रोक दिया गया है. किसान दिल्ली की ओर जाना चाहते हैं, क्योंकि समाधान दिल्ली से ही निकलेगा. पुलिस किसानों को रोक रही है, जबकि किसान दिल्ली की ओर जाना चाहते हैं.Farmers'
ज्वाइंट सीपी लॉ एंड ऑर्डर नोएडा शिवहरि मीना ने कहा, "किसानों ने आज 'दिल्ली चलो' मार्च का ऐलान किया था और हम लगातार उनसे बातचीत कर रहे थे. किसानों ने अपनी मांगें अधिकारियों को बता दी हैं और अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है. यातायात सामान्य हो गया है."भारतीय किसान यूनियन के नेता पवन खटाना ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर के जिन किसानों की जमीन चली गई है, उनके लिए हमारी मुख्य मांग है कि उन्हें 10% विकसित प्लॉट दिया जाए और जिन किसानों को अभी तक नहीं मिला है, उन्हें 64.7% पारिश्रमिक दिया जाए. 2013 में गौतमबुद्ध नगर के किसानों ने भूमि अधिग्रहण कानून के लिए लड़ाई लड़ी और उसे पास करवाया, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया. किसी भी किसान को चार गुना मुआवज़ा नहीं मिला. सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. एयरपोर्ट की वजह से किसान विस्थापित हो रहे हैं और विस्थापन नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ. जब तक विस्थापन नीति में कोई बदलाव नहीं होता, हम विरोध करते रहेंगे. हम तब तक आगे बढ़ते रहेंगे जब तक हम वहां नहीं पहुंच जाते जहां हमें पहुंचना है. हमने सड़क नहीं रोकी है. प्रशासन ने ऐसा किया है. हम अपनी योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे थे. उन्होंने सड़क रोकी है, इसलिए हम कुछ समय के लिए रुके हैं." बैरिकेड हटने शुरू हो गए हैं. राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल का रास्ता अब खोला जा रहा है. अपनी मांगों को मनवाने के लिए 7 दिन तक का अल्टीमेट किसान संगठनों की ओर से प्रशासन को दिया है. किसान नेताओं का कहना है कि प्रशासन ने 7 दिन का समय मांगा था जोकि किसानों की ओर से दिया गया है. 7 दिन के लिए आंशिक धरना दलित प्रेरणा स्थल पर जारी रहेगा. अगर 7 दिन तक कोई समाधान नहीं निकला तो फिर से किसान संगठन दिल्ली कूच करेंगे. किसान नेताओं को जिला प्रशासन और नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगे यूपी के मुख्य सचिव तक पहुंचाई जा रही हैं, लेकिन तबतक किसान सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल पर चले जाएं. किसान नेताओं ने ये बात मान ली है और दलित प्रेरणा स्थल के अंदर चले गए हैं. किसान नेता किसानों से भी अपील कर रहें हैं कि वो भी सड़क से हटकर दलित प्रेरणा स्थल के अंदर चले आएं जिससे ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे ट्रैफिक सुचारू रूप से शुरू हो जाए. अधिकारियों का कहना है कि थोड़ी देर में बैरिकेड हटा दिया जाएगा और ट्रैफिक खोल दिया जाएगा. किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "किसानों को महामाया फ्लाईओवर पर रोक दिया गया है. किसान दिल्ली की ओर जाना चाहते हैं, क्योंकि समाधान दिल्ली से ही निकलेगा. पुलिस किसानों को रोक रही है, जबकि किसान दिल्ली की ओर जाना चाहते हैं.Farmers'
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