केंद्र सरकार का बड़ा फैंसला 2026 के आखिर में शुरू होगी जातिगत जनगणना!
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने जातिगत जनगणना के हमेशा विरोध किया है. कांग्रेस और उनके सहयोगी जातिगत जनगणना को अपने राजनीतिक लाभ के लिये उठाया है. जातियों की जनगणना सर्वे के आधार पर नहीं बल्कि मूल जनगणना में हो. उन्होंने बताया कि CCPA ने फैसला लिया है कि जातियों की गणना को जनगणना में किया जाएगा.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया है. हालांकि जनगणना कब से सुरू होगी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले साल यानी 2026 के आखिर तक सरकार यह फैसला ले सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें कई अहम फैसले लिए गए. केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों पर बोलते हुए, वैष्णव ने कहा,'केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22,864 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से शिलांग से सिलचर तक एक हाई-स्पीड कॉरिडोर राजमार्ग को मंजूरी दी है.' केंद्रीय मेंत्री ने कहा,'1947 से जाति जनगणना नहीं की गई. मनमोहन सिंह ने जाति जनगणना की बात कही थी. कांग्रेस ने जाति जनगणना की बात को केवल अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया है.' उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने जातिगत जनगणना के हमेशा विरोध किया है. कांग्रेस और उनके सहयोगी जातिगत जनगणना को अपने राजनीतिक लाभ के लिये उठाया है. जातियों की जनगणना सर्वे के आधार पर नहीं बल्कि मूल जनगणना में हो. उन्होंने बताया कि CCPA ने फैसला लिया है कि जातियों की गणना को जनगणना में किया जाएगा.
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